डॉक्टर मनमोहन सिंह नहीं रहे. 92 साल की उम्र में आज एम्स, दिल्ली में उनका निधन हो गया. वह दस साल भारत के प्रधानमंत्री रहे. 1991 में उदारीकरण के दौर से लेकर 2004 में देश के प्रधानमंत्री बनने तक, कई बेहद निर्णायक मौकों पर उन्होंने देश को संभाला, संवारा. उनका जाना कांग्रेस पार्टी के सिर से एक मार्गदर्शक, सूझबूझ के धनी अभिभावक का चले जाना है. बतौर एक विचारक उन्होंने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी. डॉक्टर साहब के ही प्रधानमंत्री रहते हुए भारत में आर्थिक उदारीकरण हुआ, लाइसेंस राज समाप्त हुआ और अर्थव्यवस्था निखरी.देश ने मनमोहन सिंह जी को खो दिया है: पीएम मोदी
उनके करियर की अगर एक छोटी सी झलक की बात की जाए तो वे सितंबर 1982 से जनवरी 1985 तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर रहे. जून 1991 से मई 1996 तक पीवी नरसिम्हा रॉव की सरकार में वित्त मंत्री रहे. मार्च 1998 से मई 2004 तक राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे. और फिर मई 2004 से मई 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे.वह 1991 से लेकर अप्रैल 2024 तक राज्यसभा के सदस्य रहे. तीन दशक से भी ज्यादा समय तक भारतीय संसद के उच्च सदन के सदस्य के तौर पर उन्होंने संसद में चर्चा की परंपरा को और मजबूत किया. अस्वस्थता के बावजूद भी व्हीलचेयर पर बैठकर कई अहम मौकों पर वे संसद पहुंचे.
उनकी कई खास बात में से एक ये भी रही कि उन्हें कभी ऊंची आवाज में किसी को ललकारते हुए उन्हें नहीं सुना गया. मृदुभाषी, विवादों से दूर रहने वाले मनमोहन सिंह बेहद तल्ख राजनीतिक माहौल में भी मौन और मुस्कान के साथ पेश आए. एक ऐसे समय में जब संसद में धक्का-मुक्की और अपशब्द तक के इस्तेमाल की भी भारतीय संसद साक्षी रही, एक सांसद के तौर पर उनका तीन दशक का कार्यकाल अनोखा है जहां कभी संसदीय परंपरा को अपने स्तर से उन्होंने कभी भी तार-तार नहीं होने दिया. बतौर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आखिरी के कुछ साल विवादित रहे. महंगाई, टेलीकॉम, कोयला घोटाले से घिरी उनकी सरकार की आलोचना हुई. उन्हें कमजोर प्रधानमंत्री तक कहा गया.
मनमोहन सिंह के निधन पर सीएम योगी ने जताया दुख
मनमोहन सिंह के निधन पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री, प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन अत्यंत दुःखद और देश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है. वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने देश की शासन व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति और उनके शोकाकुल परिजनों व समर्थकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
मैंने एक गुरु और मार्गदर्शक खो दिया: राहुल गांधी
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक पोस्ट में कहा,मनमोहन सिंह जी ने बुद्धिमत्ता और निष्ठा के साथ देश का नेतृत्व किया. उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की समझ ने देश को आगे बढ़ाया. मैंने एक गुरु और मार्गदर्शक खो दिया है. हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे.
उन्होंने भारत को नया आकार दिया: गौतम अडानी
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि इतिहास 1991 के परिवर्तनकारी सुधारों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का हमेशा सम्मान करेगा. उन्होंने भारत को नया आकार दिया. दुनिया के लिए दरवाजे खोले. वो धीरे बोलते थे लेकिन अपने काम से उल्लेखनीय प्रगति हासिल की. डॉ. सिंह का नेतृत्व, विनम्रता और राष्ट्र की सेवा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा.
देश की शासन व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा,भारतीय रिजर्व बैंक में गवर्नर से लेकर देश के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह जी ने देश की शासन व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. वाहेगुरु जी उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करें. परिवार को दुख सहने की शक्ति दें.
उनकी सादगी को शब्दों में पिरोना असंभव: केजरीवाल
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताते हुए कहा,पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी का निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. उनकी विद्वता और सादगी को शब्दों में पिरोना असंभव है. ईश्वर पुण्यात्मा को अपने चरणों में स्थान दें. ‘
कठिन समय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई: राजनाथ सिंह
मनमोहन सिंह के निधन पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ. उन्होंने कठिन समय में देश की अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी सेवा और बुद्धिमता के लिए उन्हें व्यापक सम्मान दिया गया. देश की प्रगति में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं.
भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति- नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिखा, ‘देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन दुःखद. वे एक कुशल राजनेता एवं अर्थशास्त्री थे. उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली. डॉ मनमोहन सिंह जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना है.