जनसंवाद न्यूज़ प्रतिनिधि, इंदौर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह फिर इंदौर के एक कारोबारी के यहां दस्तक दी। दिल्ली ईडी की टीम ने रुचि इंडस्ट्री के कर्ताधर्ता शाहरा परिवार के निवास पर छापा मारा। बीते वर्षों में हुए एक बैंक लोन घोटाले में ईडी के अधिकारी दस्तावेजों को खंगालने और जब्ती के लिए पहुंचे थे। लोन घोटाले में सीबीआइ भोपाल पहले ही केस दर्ज कर चुकी है। इस प्रकरण में पूर्व में सीबीआइ ने भी छापेमारी की थी। ईडी की टीम ने सुबह पलासिया स्थित उमेश शाहरा के घर दबिश दी।
लोन घोटाले के मामले जांच
अधिकारियों ने परिसर में दाखिल होने के बाद कंपाउंड के गेट पर ताला लगवा दिया और जांच में जुट गए। करीब चार घंटे जांच और दस्तावेजों की जब्ती चलती रही। दोपहर में ही कार्रवाई खत्म कर ईडी की टीम लौट भी गई। बताया जा रहा है कि रुचि इंडस्ट्री पर दायर लोन घोटाले के मामले में ईडी कुछ दस्तावेज और रिकार्ड तलाशने इंदौर पहुंची थी।
यूको बैंक से लिया था 58 करोड़ का लोन
2014 से 2018 के बीच रुचि आरकानी इंडस्ट्री पर यूको बैंक से लिए गए 58 करोड़ के ऋण को हड़पने की शिकायत हुई थी। इसके बाद रुचि ग्लोबल और उसके कर्ताधर्ताओं पर बैंक आफ बड़ौदा की ओर से भी फर्जीवाड़े की शिकायत दर्ज करवाई गई थी। बैंक ऋण के बाद रुचि समूह की कुछ कंपनियां एनपीए घोषित हो गई थीं।
2021 में ऋण घोटाले में एफआइआर
इसके बाद 2021 में ऋण घोटाले में सीबीआइ भोपाल ने एफआइआर दर्ज करवाई थी। सीबीआइ की जांच में सामने आया था कि कंपनियों ने ऋण हड़पने के लिए क्रय-विक्रय और लेनदेन के फर्जी ब्योरा रिकार्ड में रखे। सीबीआइ के इसी प्रकरण पर अब ईडी मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत जांच में जुटी है और पुराने रिकार्ड तलाश रही है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों से लगातार इंदौर-उज्जैन क्षेत्र में आर्थिक अपराधों पर ईडी और आयकर की कार्रवाई जारी है।