2024 में गर्मी का तापमान अपने उस चरम पर पहुंच गया है जहां इंसानों के लिए जिंदा रहना चुनौतीपूर्ण हो जाता है. नतीजतन अब तक भारत में लू लगने से 56 लोगों की मौत हो गयी है. जिसमें जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना के 20 वर्षीय पुत्र भी शामिल है. ऐसे में हीट स्ट्रोक क्या है? इसे बारीकी से समझना बहुत जरूरी है.
भारत में बढ़ती गर्मी को देखते हुए यह कहना गलत नहीं कि सूरज आग उगल रहा है. चिंताजनक बात यह है कि इस गर्मी से लोग केवल बीमार नहीं हो रहे हैं बल्कि इसके कारण मौत के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में मार्च और मई के बीच लू के 24,849 मामलों में से 56 मौतें दर्ज की गई हैं. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) द्वारा जुटाए आंकड़ों के अनुसार इनमें से 46 मौतें अकेले मई में दर्ज की गई हैं. बता दें उड़ीसा में पिछले 24 घंटे में ही लू से 26 लोगों की मौत हुई है. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, भारत में अब तक हीट स्ट्रोक से लगभग 200 मौतें हो गयी हैं. यह एक डराने वाला आंकड़ा है.
लू की मार से समाज का सिर्फ वह वर्ग परेशान नहीं है जो दिनभर तपती धूप में काम करने के लिए मजबूर है. हाल ही में लू से मध्य प्रदेश के जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना के 20 वर्षीय बेटे अमोल सक्सेना के निधन की खबर भी सामने आयी है. हालांकि, अमोल सक्सेना की मौत को लेकर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा. लेकिन मिली जानकारी के अनुसार हीट स्ट्रोक यानी लू लगने से अमोल सक्सेना बीमार चल रहे थे, जिसके कुछ दिन बाद ही उनकी मौत हो गयी. हालांकि अब तक लू लगने को बहुत ही मामूली बात समझा जाता था. लेकिन अब इसकी गंभीरता को हल्के में लेना का परिणाम मौत हो सकता है. ऐसे में आप इस लेख की मदद से आप हीट स्ट्रोक से जुड़ी सभी जानकारी को डिटेल में जान सकते हैं.